Saturday, July 8, 2023
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ISRO vs SUPARCO | Bharat बनाम पाकिस्तान | स्पेस संस्थान

isro vs suparco

ISRO vs SUPARCO : भारत और पाकिस्तान दक्षिण एशिया के 2 देश हैं जो हमेशा एक दूसरे से राजनीति, सैन्य, कूटनीतिक में आपस में प्रतिस्पर्धा करते रहते हैं । दोनों देशों को आज़ादी 1947 में मिल गयी थी । टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में भारत, पकिस्तान से कही ज्यादा आगे है, खासकर स्पेस टेक्नोलॉजी में ।

पाकिस्तान का स्पेस एजेंसी भारत के स्पेस एजेंसी से पहले लांच किया गया था, फिर भी आज तक पाकिस्तान भारत से बहुत ही ज्यादा पीछे है ।

इस पोस्ट में हम सम्पूर्ण विस्तार से भारत और पाकिस्तान के स्पेस एजेंसी का तुलना किया है ।

ISRO vs SUARCO : भारत  का स्पेस एजेंसी बनाम पाकिस्तान का स्पेस एजेंसी

पाकिस्तान ने अपनी स्पेस एजेंसी SUPARCO ( The Space and Upper Atmosphere Research Commission) को 1961 में लांच किया था । इसके ठीक 8 साल बाद भारत ने अपनी स्पेस एजेंसी ISRO ( Indian Space Research Organisation) को 15 अगस्त 1969 में लांच किया था ।

SUPARCO का लॉन्च नोबेल प्राइज के विजेता डॉ अब्दुस सलाम ने किया था और ISRO का लॉन्च विक्रम साराभाई ने किया था ।

आज ISRO दूसरे देशों का सेटेलाइट लॉन्च करता है और SUPARCO बेकार हो चूका है ।

SUPARCO ने अपना पहला राकेट REHBAR-1, NASA की मदद से लॉन्च किया था और उस समय पाकिस्तान एशिया का तीसरा देश बन गया और पूरी दुनिआ का दसवाँ देश बन गया, जो स्पेस राकेट लॉन्च करने में सफल हो गया । शुरुवाती समय में पाकिस्तान के वैज्ञानिकों को NASA से ट्रेनिंग दिया जाता था । पाकिस्तान का स्पेस प्रोग्राम बहुत ही अच्छा चल रहा था ।

लेकिन पाकिस्तान के राजनीतिक तनाव के कारण SUPARCO धीरे धीरे पीछे चला गया और आज तक SUPARCO इससे उभर नहीं पाया है । 

ISRO ने अपना पहला सेटेलाइट ” ARYABHATTA “ को 19 अप्रैल 1975 में लॉन्च किया था । Arybhatta स्पेसक्राफ्ट को भारत में बनाया गया था और इसे रूस ने लॉन्च किया था । शुरुआत के समय में ISRO अपना राकेट को बैलगाड़ी और साइकिल में अपना राकेट को ले जाता था और आज इसरो बहुत ही ज्यादा तरक्की कर लिया है ।


पाकिस्तान दक्षिण एशिया का पहला देश होने के बाद भी SUPARCO को 29 साल लग गए अपना पहला सेटेलाइट को लॉन्च करने में । और भारत को बस 6 साल ।

SUPARCO ने अपना पहला सेटेलाइट “Badr-1” 1990 में लॉन्च किया था । जिसे चीन ने लॉन्च किया था ।

ISRO ने अपना पहला सेटेलाइट “Aryabhata” को 1975 में लॉन्च किया था । जिसे रूस ने लॉन्च किया था ।

 

पाकिस्तान भारत से पीछे क्यों रह गया ?

पाकिस्तान की स्पेस एजेंसी SUPARCO भारत के ISRO से बहुत ही ज्यादा पीछे रह गयी । SUPARCO के पहले लॉन्च होने के बाद भी SUPARCO , ISRO से बहुत पीछे रह गयी ।

जिसका मुख्य कारण राजनीति, इसके अलावा  पाकिस्तान की सरकार के पास श्रोतों की कमी, अपने ही लोगों की बाधा, कुप्रबंध जैसी समस्या का सामना करना पड़ा । जिसमे स्पेस प्रोग्राम को काफी ज्यादा नुक्सान हुआ ।

पाकिस्तान का मुख्य फोकस नुक्लेअर हथियार बनाने पर ज्यादा था, जिसके कारण SUPARCO को बहुत ही कम फंडिंग मिलता था, जिस वजह से SUPARCO आगे नहीं बढ़ पायी ।

SUPARCO का वार्षिक बजट 362 करोड़ ( 46 मिलियन डॉलर ) के आसपास है और दूसरी तरफ ISRO का वार्षिक बजट 13,949 करोड़ है ।

आप इससे अंदाज़ा लगा सकते हैं कि SUPARCO इतना पीछे क्यों रह गया । पाकिस्तान के लोगों का भी इच्छा नहीं है कि SUPARCO आगे बढे। पाकिस्तान में स्पेस प्रोग्राम के लिए मात्र 3 यूनिवर्सिटी है जहाँ पर स्पेस प्रोग्राम की पढ़ाई होती है । वही दूसरी तरफ भारत में 15 से ज्यादा यूनिवर्सिटी है जहाँ पर स्पेस प्रोग्राम की पढ़ाई होती है ।


ISRO खुद पर निर्भर है

ISRO भारत का सॅटॅलाइट के अलावा दूसरे देशों का सेटेलाइट भी लॉन्च करता है । 2014 से 2019 के बीच में भारत ने 26 देशों के  284 सेटेलाइट लॉन्च किये ।

इसमें अमेरिका, जापान, फ्रांस, अल्जीरिया, मलेशिया, निथरलैंड, कनाडा, जर्मनी, इंग्लैंड, ये सब देश शामिल है ।  ISRO ने अभी तक 319 सेटेलाइट लॉन्च कर चूका है, वो भी 33 देशों का ।

जिसमे 233 सिर्फ अमेरिका का है ।

2017 में ISRO ने एक बार में 104 सेटेलाइट को लॉन्च किया था जो एक विश्व रिकॉर्ड है ।

ISRO का कमर्शियल विंग का नाम Antrix है जो ISRO का बिज़नेस संभालता है ।

2014 से 2019 तक ISRO ने 1245 रुपये कमाए ।

 

ISRO का मंगल मिशन मंगलयान पहली बार में ही सफल हो गया । दूसरा स्पेस एजेंसी नासा, चीन, ये सब पहली बार में सफल नहीं हो पाया था । और इसका बजट 75 मिलियन डॉलर (450 करोड़ ) था ।

 

मंगलयान का बजट कितना था ?

450 करोड़

Antrix क्या है ?

Antrix, ISRO का कमर्शियल विंग है जो ISRO का बिज़नेस का देख भाल करता है ।  2014 से 2019 तक ISRO ने 1245 करोड़ का बिज़नेस किया । 

ISRO का संस्थापक कौन है ?

विक्रम साराभाई