ISRO facts in hindi : ISRO भारत का स्पेस संगठन है जिसे भारत सरकार चलाती है । हमारा भारत का तकनीक स्पेस के मामले में बस कुछ ही देशों से पीछे है । आज के तारीख में हमारा ISRO अमेरिका की स्पेस संगठन NASA को टक्कर देती है । इस पोस्ट में मैंने ISRO के तथ्य के बारे में बताया है जो आपको हैरान कर देगा।
ISRO Facts In Hindi | ISRO के रोचक तथ्य
1.) ISRO के उपकरण पर विभूति और कुमकुम जरूर लगे होते हैं ।
ISRO के सभी उपकरण पर भगवान शिव के माथे की तरह विभूति और कुमकुम लगे होते हैं । यह तीन सीधी रेखा है जो आप शिव जी के माथा पर देखते होंगे ।
2.) ISRO के एप्पल सॅटॅलाइट को बैल गाड़ी पर लाया गया था ।
शुरुआत के समय में ISRO अपने सॅटॅलाइट का उपकरण को बैल गाड़ी और साइकिल में ले जाता था । ऐसा वो लोग इसलिए करते थे क्यों कि लोहा के गाड़ी में ले उपकरण ले जाने से उपकरण को छति पहुंच सकता था, और उस समय ISRO के पास एडवांस गाड़ी नहीं था । इसलिए वो लोग बैल गाड़ी पर ले जाते थे ।
3.) पाकिस्तान का स्पेस संस्थान SUPERCO भारत के स्पेस संस्थान ISRO से 8 साल पहले लांच किया गया था ।
पाकिस्तान का स्पेस एजेंसी का लॉन्च 1961 में किया गया था और भारत का ISRO का लॉन्च 1969 में किया गया था। इसके बावजूद ISRO को अपना सेटेलाइट लॉन्च करने में मात्र 6 साल लगे और SUPARCO को 29 साल लगे ।
SUPARCO ने अपना पहला सेटेलाइट “Badr-1” 1990 में लॉन्च किया था, जिसे चीन ने लॉन्च किया था | ISRO ने अपना पहला सेटेलाइट “Aryabhata” को 1975 में लॉन्च किया था । जिसे रूस ने लॉन्च किया था । है न कमाल का ISRO facts?
भारत का ISRO और पाकिस्तान का SUPARCO का सम्पूर्ण तुलना इस पोस्ट में है ।
4.) ISRO का मंगलयान पहले इस प्रयास में सफल हुआ ।
5.) भारत का पहला चंद्र मिशन “Chandrayan” 2008 में पूरा हुआ ।
ISRO का पहला चंद्र मिशन का नाम चंद्रयान था । जो 2008 में पूरा किया गया था । भारत चौथा देश बन गया जो चाँद पर अपना झंडा फैराया ।
यह मिशन 2009 में ख़त्म हो गया ।
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6.) भारत का अपना गूगल अर्थ जिसको भुवन के नाम से जाना जाता है ।
ISRO ने गूगल अर्थ जैसा भारत के लिए एप्लीकेशन बनाया जिसका नाम भुवन रखा गया । यहाँ पर आप सिर्फ और सिर्फ भारत का ही मानचित्र को देख पाएंगे ।
इस एप्लीकेशन पर 2D और 3D मैप दोनों दिया हुआ है ।
7.) मंगलयान मिशन 74 मिलियन $ पर पूरा किया गया था ।
ISRO का मंगल मिशन मंगलयान मात्र 74 मिलियन डॉलर (450 करोड़ ) पर पूरा किया गया था । जब की दूसरे देशों का मंगल मिशन 5000 – 6000 करोड़ था, फिर भी पहली बार में सफल नहीं हो पाया था ।
हॉलीवुड फिल्म ग्रेविटी का बजट 100 मिलियन डॉलर (650 करोड़ ) था । और हमारे भारत की फिल्म रोबोट 2.0 का बजट 500 करोड़ था। आप इससे अंदाज़ा लगा सकते हैं की ISRO का मंगल मिशन कितना सस्ता और कितना अच्छा था ।
8.) ISRO बिज़नेस भी करती है, इसकी कंपनी का नाम है “Antrix”
Antrix ISRO का कमर्शियल विंग है जिसके मदद से ISRO बिज़नेस करता है । इसे भारतीय सरकार चलाती है और यह स्पेस डिपार्टमेंट के अंदर आती है । Antrix दूसरे देशों को ISRO के द्वारा बनाये गए प्रोडक्ट को बेचता है । ISRO ने 2014 से 2019 तक 1245 करोड़ का बिज़नेस किया ।
Antrix को 2008 में भारत सरकार ने ” मिनी रत्न “ का अवार्ड भी दिया ।
9.) ISRO ने एक बार में 104 सॅटॅलाइट लांच किये ।
2017 में ISRO ने एक ही बार में 104 सेटेलाइट का लॉन्च किया । ऐसा करके ISRO ने रूस का रिकॉर्ड तोड़ दिया । रूस ने एक बार में 2014 में 37 सॅटॅलाइट को लॉन्च किया ।
104 में से 96 सेटेलाइट अमेरिका का था । और बाद बाकी सेटेलाइट UAE , कज़ाख़स्तान, इजराइल, स्विट्ज़रलैंड और नीदरलैंड जैसे देश थे ।
ISRO Facts : निष्कर्ष
हमारा ISRO को अभी बहुत ही दूर जाना है और NASA से आगे निकलना है । NASA अभी दुनिया की सबसे बड़ी स्पेस संगठन है। उसका बराबरी करने के लिए हमारे देश के युवा को विज्ञान की पढाई पर ध्यान देना बहुत ही ज्यादा जरुरी होगा । अन्यथा हम NASA का बराबरी नहीं कर पाएंगे ।
इस पोस्ट को पढ़ने के लिए धन्यवाद ।